दीर्घ स्वर संधि किसे कहते है ? परिभाषा व 50 + उदहारण | Dirgh Sandhi In Hindi |
संधि किसे कहते है ? sandhi in hindi
साधारण भाषा मे संधि का अर्थ योग अथवा मेल अर्थात दो ध्वनियों या दो वर्णो के मेल (जोड़) से होने वाले परिवर्तन को ही संधि कहते है ।
सन्धि की परिभाषा { sandhi ki paribhasha } :-
जब दो या दो से अधिक वर्ण पास-पास आते है तो कभी कभी उनमे रूपांतर हो जाता है। इसी रूपांतर को संधि कहा जाता है।
स्वर (Swar Sandhi )सन्धि किसे कहते है ? परिभाषा
जब दो स्वर आपस मे मिलकर कोई विकार या परिवर्तन उत्पन्न करते है स्वर सन्धि कहा जाता है। और स्वर संधि के पांच भेद होते है । और आज हम स्वर संधि के एक भेद दीर्घ सन्धि के बारे में जानेंगे ।
दीर्घ सन्धि किसे कहते है ? परिभाषा
परिभाषा :-
जब समान स्वर मिलकर दीर्घ[बड़ा] हो जाते है यदि 'अ' 'आ' 'इ' 'ई' 'उ' 'ऊ' के बाद मे लघू या दीर्घ स्वर आए तो दोनों मिलकर क्रमसः 'आ' 'ई' 'ऊ' हो जाते है ।
- अ/अ= आ हो जाता है
- अ/आ= ही होगा
- आ/अ= आ ही होगा
- आ/आ= आ ही होगा
- इ/इ=ई हो जाता है
- ई/इ=ई ही होगा
- इ/ई=ई ही होगा
- ई/ई=ई ही होगा
अ+आ के उदाहरण
आ+अ= आ के उदाहरण
आ+आ=आ के उदाहरण
इ+इ=ई के उदाहरन
ई+इ =ई के उदाहरण
इ+ई=ई के उदाहरण
ई+ई=ई के उदाहरण
उ+उ=ऊ के उदाहरण
उ+ऊ=ऊ के उदाहरण
ऊ+उ=ऊ के उदाहरण
ऊ+ऊ=ऊ के उदाहरण
अंतिम शब्द
आज हमने इस आर्टिकल में दीर्घ स्वर संधि किसे कहते हैं ? परिभाषा व संधि के भेद कितने व कौंन कौनसे है ? इन सभी के बारे में विस्तार से व सरल भाषा मे समझने का प्रयास किया है । यदि आपको यह लेख पसंद आया है और इस आर्टिकल से कुछ सीखने को मिला हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें । और यदि आपको लगता है कि इस आर्टिकल में कोई कमी महसूस होती है तो नीचे हमे comment box में जरूर अवगत कराएं । ताकि हम आपकी जरूर के अनुसार आर्टिकल को बना सके , आपके सुझाव हमेशा आमंत्रित है ।
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